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बाल विवाह रोकने को लेकर की गयी वर्चुअल समीक्षा बैठक

राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के चेयरमैन प्रियांक कानूनगो ने गुरुवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में बाल विवाह रोकने को लेकर वर्चुअल समीक्षा बैठक कर जरूरी निर्देश दिए। आयोग के चेयरमैन ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग मे बाल विवाह की जिले अनुसार स्थिति जानी। उन्होंने खंड स्तर पर पुजारियों,पादरीओ की बैठक कर उन्हें जागरूक करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने आगामी 10 दिन में शादी के लिए टैंट लगने वाले,पंडित,पुजारियों, मोलवियो की बैठक का डाटा आयोग को भेजने के निर्देश दिए व जिले में किए जा रहे बाल संबंधित कार्यों की प्रशंसा की और अन्य को पानीपत से प्रेरणा लेने के लिए कहा।
एडीसी डॉक्टर पंकज ने आयोग के चेयरमैन को आश्वस्त करते हुए कहा कि बाल विवाह को रोकने के लिए सक्रिय कदम उठा कर बाल विवाह की रोकथाम की गई है व जिले में 112 जागरूकता शिविर गांव, पंचायत, ब्लॉक,शहरी, स्कूलों और जिला-तहसील स्तर पर किए गए हैं। सीडब्ल्यूसी, सीडीपीओ, डीसीपीओ औरआंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के साथ समय-समय पर बैठकें आयोजित की जाती रही हैं ताकि बाल संरक्षण पर और अधिक जोर दिया जा सके।
एडीसी ने बताया कि बाल विवाह को रोकने के संबंध में समय-समय पर धार्मिक नेताओं, प्रिंटिंग प्रेस, टेंट प्रदाताओं, मैरिज हॉल के प्रबंधकों आदि के साथ बैठकें और जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करता रहा है। वर्ष 2023-24 में 22 बाल विवाह को रोका गया व कुछ पर कार्यवाही की गई। यह नही, समय समय पर बाल विवाह शिकायत पर कार्यवाही भी की जाती रही है।
एडीसी ने बताया कि जागरूकता के दौरान पंचायत, ब्लॉक,शहरी, स्कूल, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता,सहायिका, धार्मिक नेता, प्रिंटिंग प्रेस, टेंट प्रदाता, कवर किए गए। क्षेत्र के विवाह हॉल के प्रबंधक, मिठाई की दुकानें, हेयर सैलून और ब्यूटी पार्लर को लेकर जागरूकता कार्य किए गए।
एडीसी ने बताया कि सीएमपीओ आयुक्त नगर निगम, जिला शिक्षा अधिकारी, जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी, जिला बाल संरक्षण अधिकारी को बाल विवाह रोकने के लिए अपने स्तर पर जागरूकता कार्यक्रम चलाने के लिए पत्र भी लिखें।
एडीसी ने बताया कि डीसीपीओ यूनिट द्वारा 20 जागरूकता कार्यक्रम किये गये। 8500 छात्राओं को पिछले एक साल में पुलिस के सहयोग से जागरूक किया गया। इस मौके पर डीएसपी कृष्ण कुमार ,जिला शिक्षा अधिकारी कुलदीप दहिया, जिला बाल संरक्षण अधिकारी निधि, जिला प्रोटेक्शन अधिकारी रजनी गुप्ता आदि मौजूद रहे।

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